What is osteoarthritis in hindi ? (ऑस्टियोआर्थराइटिस क्या है?)

हर जोड़ दो हड्डियों से मिल कर बनता है। इन हड्डियों के ऊपर एक पतली झिल्ली की परत होती है जिसे cartilage कहते है। जब ये कार्टिलेज घिस जाती है तो जोड़ की हड्डियां आपस मे टकराती है जिससे दर्द , सूजन और कड़कपन होता है। इसी condition को ऑस्टियोआर्थराइटिस ( osteoarthritis) कहते है।

पूरी दुनिया मे ऑस्टियोआर्थराइटिस विकलांगता का एक बहूत बड़ा कारण है।

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Cause of osteoarthritis in hindi (ऑस्टियोआर्थराइटिस के कारण)

उम्र बढ़ने के साथ साथ जोड़ damage होने से ऑस्टियोआर्थराइटिस होने की संभावना बढ़ जाती है।

जितनी ज्यादा उम्र होती है ऑस्टियोआर्थराइटिस होने की संभावना उतनी ज्याद होती है

ऑस्टियोआर्थराइटिस के कुछ अन्य कारण इस प्रकार है

  • कार्टिलेजका फटना
  • जोड़ का डिसलोकेशन होना
  • जोड़ के लिगामेंट टूटना
  • जोड़ के मांसपेशियों का कमजोर हो जाना
  • जोड़ के आसपास पुराना फ्रैक्चर
  • शरीर में सूजन बढ़ाने वाले तत्व होना
  • धूम्रपान करना
  • अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन करना
  • लंबे समय तक खड़े रह कार्य करना
  • वज़न का बढ़ना
  • शारिरिक गतिविधियों का कम होना

What is cartilage in hindi ?( कारटीलेज क्या होता है)

कार्टिलेज एक सख्त और लचीला पदार्थ होता है जो कि हड्डी के जोड़ बनाने वाले हिस्से पर उसे cover करके रखता है।

जब cartilage किसी कारण से damage होता है तो हड्डियां आपस मे टकराने लगती है जिससे दर्द होता है

क्योकि cartilage में रक्त का प्रवाह नही होता है इसलिए cartilage का repair नही हो पाता है। जिसकी वजह से ऑस्टियोआर्थराइटिस हो जाता है।

Symptoms of osteoarthritis in hindi(ऑस्टियोआर्थराइटिस के लक्षण)

ऑस्टियोआर्थराइटिस के लक्षण अलग अलग जोड़ में अलग होते है पर कुछ समान्य लक्षण इस प्रकार है

  • जोड़ में दर्द
  • जोड़ के आस पास सूजन
  • जोड़ में कड़कपन
  • जोड़ का पूरी तरह ना मुड़ना
  • जोड़ को touch करने पर अत्यधिक दर्द होना

Stages of osteoarthritis ( ऑस्टियोआर्थराइटिस की स्टेजस)

ऑस्टियोआर्थराइटिस में जोड़ की कुल 5 stages होती है

  • Stage 0
  • Stage 1
  • Stage 2
  • Stage 3
  • Stage 4

stage 0 पर लक्षण कम होते है जैसे जैसे stage बढ़ती जाती है वैसे वैसे लक्षण बढ़ते है और गंभीर होते जाते है

Invastigation of osteoarthritis in hindi ( ऑस्टियोआर्थराइटिस की जांच)

ऑस्टियोआर्थराइटिस धीरे धीरे बढ़ता है तो तुरंत इसका पता लगाना काफी मुश्किल होता है।

जब ऑस्टियोआर्थराइटिस के लक्षण दिखाई देने लगते है तब ही इसका पता लगाया जा सकता है

x-ray के माध्यम से ऑस्टियोआर्थराइटिस को आसानी से पता किआ जा सकता है

X-ray में जोड़ में होने वाली खराबी पहचान में आ जाती हैं

MRI SCAN के द्वारा भी ऑस्टियोआर्थराइटिस की जांच की जाती है

osteoarthritis treatment in hindi ( ऑस्टियोआर्थराइटिस का इलाज)

ऑस्टियोआर्थराइटिस के लक्षणों को कम करने के लिए कई प्रकार के इलाज किए जाते है जिससे दर्द, सूजन और कड़कपन में आराम मिलता है।

ओवर द कांउन्टर दवाइया, सिकाई, कसरत और कुछ घरेलू नुस्खे मुख्यतः इस्तेमाल किए जाते है

इसके साथ जीवन शैली में कुछ बदलाव की भी आवश्यकता होती है

कसरत

वो सभी कसरत जिनके द्वारा जोड़ के आस पास की मांसपेशियों की ताकत बढाई जाती है उनसे ऑस्टियोआर्थराइटिस में काफी आराम मिलता है

कसरत का लक्ष्य लगभग 20 से 30 minute रोज़ का होना चाहिए

कुछ कसरतों के नाम नीचे लिखे है इन्हें आप youtube पर सर्च कर और दोहराए

  • Static quadricep exercise
  • SLR EXERCISE
  • Dynamic knee exercise
  • Patellar exercise
  • Yoga
  • स्विमिंग

वजन घटाना

वजन अधिक होने पर जोड़ो पर अधिक दबाव पड़ता है जिससे cartilage damage होने के संभावना बढ़ जाती है

काम fat का भोजन ले जिससे वजन घटाने में सहयोग मिलेगा

योग करे जिससे वजन कम हो

पर्याप्त नींद

Swasth रहने के लिए 7 से 8 घंटे की नींद बहुत आवश्यक होती है

नींद पूरी होने से शरीर मे सभी गतिविधि अछे से चलती है और शरीर खुद को ठीक करने वाले उचित हॉर्मोन का secretion करता है

osteoarthritis medicine in hindi( ऑस्टियोआर्थराइटिस के लिए दवाइया)

  • ओरल एनाल्जेसिक:: दर्द को कम करने की दवाइयां उचित परामर्श के अनुसार लेने पर दर्द में राहत मिलती है जैसे aceclofenac, eterocoxib, Diclofenac
  • दर्द निवारक तेल:: कई प्रकार के आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक तैल जोड़ पर लगाने से दर्द और कड़कपन में आराम मिलता है
  • आयुर्वेद:: पंचकर्म की चिकित्सा के द्वारा भी कई प्रकार के ऑस्टियोआर्थराइटिस का इलाज संभव है
  • होमेओपेथी:: कई होमेओपेथी medicine इसी होती है जो जड़ से इस बीमारी को ठीक कर सकती है
  • स्टेरॉयड दवा:: methylprednisolone, deflazacort कुछ ऐसे स्टेरॉयड दवाइयां है जो सूजन कम करने में सहायता करते है

गर्म सिकाई

किसी भी माध्यम से गर्म सिकाई करने से जोड़ के आस पास रक्त का प्रवाह बढता है जिससे दर्द और सूजन मव कमी होती है

दिन में दो से तीन बार तेल लगा कर सिकाई करने से दर्द मे आराम मिलता है।

एक्यूप्रेशर चिकित्सा

शरीर पर पाए जाने वाले कुछ विशेष बिन्दुओ को दबाने से एक्यूप्रेशर का इलाज होता है जिसमे दो पद्धति मुख्य है

1 चाइनीस एक्यूप्रेशर

2 sujok एक्यूप्रेशर

प्राकृतिक इलाज

Naturotherapy, nrurotherapy, mud therapy, steam थेरेपी

Cupping थेरेपी

मसाज थेरेपी

शियतसु थेरपी के द्वारा भी इस प्रकार की बीमारी का इलाज संभव है

ऑस्टियोआर्थराइटिस में डाइट

ऑस्टियोआर्थराइटिस में डाइट कुछ इस प्रकार से लेनी चाहिए जिससे वजन ना बढे और साथ मे डाइट में ये चीजें आवश्यक रूप से हिनी चाहिए

  • एंटीऑक्सीडेंट
  • विटामिन c
  • विटामिन D
  • ग्लूकोसामिन
  • विटमिन b
  • कैल्शियम
  • omega 3 फैटी एसिड

फिजियोथेरेपी इलाज

इस प्रकार के इलाज में मरीज को फिजियोथेरेपी क्लीनिक जा कर कुछ विशेष प्रकार के ट्रीटमेंट लेने होते है जिससे दर्द, सूजन, और कड़कपन में आराम मिलता है

सपोर्टिव डिवाइस

कुछ डिवाइस की सहायता से जोड़ो को सपोर्ट दिया जाता है जिससे जोड़ पर अधिक दबाव नही पड़ता है जैसे

  • Knee brace
  • Knee cap
  • Callipers
  • Hinge knee braces

ऑस्टियोआर्थराइटिस से बचाव

बचाव से इस बीमारी को अच्छे से सम्भाला जा सकता है कुछ चीज़ों को विशेष ध्यान रखने से बचाव संभव है जैसे

  • अगर आप बहोत ज्यादा कसरत करते है तो हमेशा आने जोड़ो को सपोर्ट दे कर ही कसरत करे
  • अपने वजन को हमेशा नियंत्रण में रखे
  • उचित डाइट का ध्यान रखे
  • पर्याप्त नींद ले
  • धूम्रपान से बचे
  • अधिक वजन से कसरत ना करे

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